Friday 30 March 2018

BIRAUL DARBHANGA


                                    बिरौल
बिरौल अनुमंडल की स्थापना 05 जुलाई 1992 को हुई थी। बिरौल अनुमंडल दरभंगा जिला के बिहार राज्य के अंर्तगत आता हैं। इस अनुमंडल के उपरान्त बिरौल का उत्थान और विस्तार होता गया।
इसमे 06 प्रखंड :- 01 बिरौल, 02.गौड़ाबौराम, 03.घनश्यामपुर 04.कुशेश्वरस्थान, 05.किरतपुर एवं 06.कुशेश्वरस्थान पूर्वी है।
भौगोलिक दृष्टिकोण से बिरौल, सहरसा, समस्तीपुर, खगड़िया, मधुबनी एवं दरभंगा जिला मुख्यालय से लगभग पचास किलोमीटर के मध्य में अवस्थित है।
क्षेत्रफल 704.26 वर्ग किलोमीटर, राजस्व ग्राम 303, पंचायत की संख्या 83 एवं  जनसंख्या लगभग 14 लाख है।
कोशी, कमला, करेह एवं  बलान नदी की भीषण बाढ़ से लगभग 80 प्रतिशत आबादी वर्ष के 06 माह जीवन-मृत्यु से संघर्षरत रहती है। राजनीतिक चेतना और नागरिक जागरूकता के अभाव में बिरौल अतिपिछड़ा हुआ है। परिणामस्वरूप अनुमंडल के बने 25 वर्षों के बाद आज भी आम अनुमंडलवासी सर्वागीण लाभ लेने में समक्ष नही हो पा रहे है। अपनी असुविधा का घुट यहाँ के लोग पीते आ रहे है। और बिरौल को नगर परिषद का दर्जा 21 अगस्त 2017 को मिली। बिरौल स्टेशन का उद्घाटन 2008 में हुआ था।

शिक्षण संस्थान:- बिरौल अनुमंडल मुख्यालय में अंगीभूत जनता कोशी महाविद्यालय एवं मदरसा रहमानिया सुपौल जो  अंतरराज्यी संस्थान(इदारा) रहा है। एवं इसमें इस्लामिक न्यायालय है। जहां बिहार, उड़ीसा एवं झारखंड का दारुल कजा(कोर्ट) संचालित है। इसके अलावा बिरौल में जनता कोशी महाविद्यालय बिरौल, सती भरत महाविद्यालय पड़री, द्रव्य श्वरनाथ महाविद्यालय देकुलीधाम, जनता महाविद्यालय कोर्थु, शारीरिक शिक्षण-प्रशिक्षण महाविद्यालय लगमा, अंतर स्नातक एवं संस्कृत महाविद्यालय तथा +2 ओंकार उच्च विद्यालय जैसे दर्जनों +2 विद्यालय संचालित है। एक पुरानी मध्य विद्यालय और चरवाहा विद्यालय भी हैं। 


चिकित्सा:- चिकित्सा के क्षेत्र में दो सामुदायिक चिकित्सा केंद्र एक रेफरल अस्पताल एवं 8 प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र संचालित हैं जबकि एक अनुमंडल अस्पताल, राज्य सरकार के एक कृषि खेत, यहां एक पशु चिकित्सा अस्पताल, प्रस्तावित है।

विधुत:- बिरौल अनुमंडल में एक पावर ग्रिड, हरौली कुशेश्वरस्थान एवं 5 विद्युत अवर प्रमंडल कार्यरत हैं।

धर्म:- बिरौल में मुख्यता हिंदू-मुस्लिम दो समुदाय के लोग रहते हैं। जिनमें अन्य वर्गों के अलावा दलित, महादलित, अति पिछड़ा, पिछड़ा एवं अल्पसंख्यक की बहुलता है।

व्वसाय:- व्यवसायिक दृष्टिकोण से दरभंगा जिला के मुख्य बाजार दरभंगा के बाद बिरौल अनुमंडल अंतर्गत सुपौल बाजार, कुशेश्वरस्थान बाजार, घनश्यामपुर प्रखंड के पाली बाजार और किरतपुर का जमालपुर बाजार प्राचीन एवं विकसित है, यहां के कई व्यवसायी का शाखा केंद्र कोलकाता, लखनऊ एवं दिल्ली में स्थापित है।

उत्पादन:- बिरौल अनुमंडल मखाना और मछली उत्पादन का मुख्य केंद्र है।

परिवहन:- आवागमन के ख्याल से सहरसा, बिरौल फोर लेन NH-17 उत्तर बिहार को जोड़ने का मुख्य मार्ग है, इसका केंद्र बिंदु बिरौल है, बिरौल कुशेश्वरस्थान के फूलतोरा तक सड़क खगड़िया जिला को बिरौल से जोड़ती है, बिरौल रसियारी सड़क मधुबनी जिला मुख्यालय को जोड़ती है, वही बिरौल के कुशेश्वरस्थान SH-56 से भाया सिंघिया समस्तीपुर मुख्यालय को जोड़ती है, साथ ही कुशेश्वरस्थान दरभंगा SH-56 को दरभंगा मुख्यालय जोड़ते हुए  ईस्ट वेस्ट कोरिडोर को जोड़ती है, उक्त पांचों जिला मुख्यालय की दूरी लगभग 50 किलोमीटर ही है।

रेलमार्ग:- सकरी-हसनपुर रेल परियोजना के तहत सकरी से बिरौल तक रेल लाइन चालू है, जबकि बिरोल से हसनपुर तक एवं कुशेश्वरस्थान से खगड़िया तक निर्माणाधीन है, सहरसा से कुशेश्वरस्थान एवं लहेरियासराय से कुशेश्वरस्थान प्रस्तावित है।
और दरभंगा से हरिनगर रेलवे परिचलन है।

बिरौल अनुमंडल मैं 2 सिनेमा हॉल (1-प्रसाद) (2-सूरज) टॉकीज एवं 2 पेट्रोल  पंप है। etc.......

                        MD ABUHAMZA
                        B.A(HONS.)HIST
                        A.M.U, ALIGARH
              CONTACT NO:-9430684084

BIRAUL DARBHANGA

                                     बिरौल ‌ बिरौल अनुमंडल की स्थापना 05 जुलाई 1992 को हुई थी। बिरौल अनुमंडल दरभंगा जिला के बिहा...